यही वजह है कि ध्यानलिंग में आने वाले लोग पाते हैं कि उनकी जिंदगी अचानक बदल गई है। उच्च कोटि के साधक यक्षिणी में स्वरूप या तो माँ स्वरूप लेते है या पुत्री स्वरूप. इसकी वजह है सही ज्ञान और मार्गदर्शन का अभाव. Some are powerful in bringing good fortune. https://knoxjalxh.blog-a-story.com/12884187/a-review-of-how-to-do-vashikaran-kaise-hota-hai