किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए । Kishori kuch aisa intezaam ho jaye ॐ ह्रीं ऎं क्लीं श्री बगलानने मम रिपून नाशय नाशय ममैश्वर्याणि देहि देहि शीघ्रं मनोवान्छितं साधय साधय ह्रीं स्वाहा । ह्लीं बगलामुखी विद्महे दुष्टस्तंभनी धीमहि तन्नो देवी प्रचोदयात्॥ मेरे विचार से शाबर मत्रं भटकाते हैं कृपया https://yourbookmarklist.com/story18910989/a-review-of-baglamukhi-shabar-mantra