के बाद उसमें एक वार्निंग दी जाती है कि इससे ज्यादा वॉल्यूम नहीं बढ़ाया जा सकता है. नियंत्रण के लिए आसान पहुँच के साथ एर्गोनोमिक डिज़ाइन। क्योंकि तेज़ और ऊंची आवाज़ से कान के परदे लगातार वाइब्रेट होते रहते हैं, जिसकी वजह से कान के परदे फटने का खतरा https://www.youtube.com/watch?v=tQSz8UeJF80